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What is SEO in Hindi 2022 – SEO के सारे सवालों के जवाब

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डियर फ्रेंड्स जैसा की आपको टाइटल What is SEO in Hindii से पता लग ही गया होगा कि आज कि पोस्ट SEO से रिलेटेड होने वाली है।आज हम जानेंगे कि SEO क्या है? यह कैसे काम करता है ?और यह क्यों इंपॉर्टेंट है? सारे सवालों के जवाब आज हम इस आर्टिकल में कवर करने वाले हैं,तो इस पोस्ट को आप अंत तक पढ़िए कि कैसे हम अपना SEO करके आर्टिकल को रैंक करा सकते हैं।

बहुत सारे लोगों को बेसिक्स तो पता होते हैं मगर बहुत सारे मेरे ऐसे दोस्त भी हैं जिनको SEO की फुल फॉर्म भी शायद ना पता हो। इसलिए मैं इसको बिल्कुल शुरू से आपको बताऊंगा कि SEO क्या है और इसको कैसे किया जाता है और इस से रिलेटेड टर्म्स जितनी भी यूज होती हैं उनके बारे में डिटेल से आज हम इस पर बात करने वाले हैं।

बहुत सारे लोग ऐसे भी होंगे जिन्होंने SEO को पहली बार सुना होगा तो मेरा बेसिक से लेकर चलने का मकसद यह भी है कि हर एक को SEO के बेसिक्स से लेकर एडवांस तक पता चल जाए जिससे कि वह आसानी से अपना आर्टिकल रैंक करा सके।

What is SEO in hindi ? SEO क्या है?

दोस्तों SEO का फुल फॉर्म होता है सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEARCH ENGINGE OPTIMIZATION) यह तो इसकी फुल फॉर्म हो गई इसमें दो वर्ड यूज हो रहे हैं नंबर एक सर्च इंजन और नंबर दो ऑप्टिमाइजेशन तो सबसे पहले हम बात करेंगे सर्च इंजन के बारे में बहुत सारे लोग सोचते हैं कि सर्च इंजन सिर्फ गूगल है ऐसा नहीं है गूगल के अलावा भी बहुत सारे सर्च इंजन है जैसे याहू और बिंग । कुछ कंट्रीज के भी अपने सर्च इंजन है जैसे चाइना और रशिया का अपना अलग-अलग सर्च इंजन है जिनके नाम क्रमशः BAIDU,YANDEX आदि हैं।

SEO का मतलब?

SEO का मतलब होता है कि अपने कंटेंट को गूगल में रैंक कराने के लिए ऑप्टिमाइज करना, गूगल को कंटेंट के बारे में बताना जिससे की वो असानी से इसे समझ सके। कंटेंट को सही ढंग से लिखना उसको एक अच्छी तरह रूप देकर बेहतरीन तरीके से गूगल को पेश करना । इसकी एक छोटी सी टेक्निकल डेफिनेशन हम समझ लेते हैं कि SEO को तकनीकी तौर पर क्या कहा जाता है , देखिए अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर ऑर्गेनिक ट्रैफिक लाने के लिए जो स्ट्रैटेजिस अपनाई जाती हैं उन सभी तरीकों को SEO कहा जाता है ।

ऑर्गेनिक ट्रैफिक क्या होता है?

ऑर्गेनिक ट्रैफिक वह ट्रैफिक होता है जो हमको सर्च इंजन यानी गूगल या किसी अदर सर्च इंजन से फ्री में मिलता है उसको हम ऑर्गेनिक ट्रैफिक कहते हैं। ऑर्गेनिक ट्रेफिक बहुत सारे तरीके हासिल कर सकते हैं। हम paid करके और अनपेड तरीके से ला सकते हैं मगर पैड करके ट्रैफिक लाना यह मैं समझता हूं सक्सेस नहीं रहता है इसमें काफी खर्च भी हो जाता है और यह LONG-TERM के लिए भी नहीं होता।

ऑर्गेनिक ट्रैफिक जो फ्री में होता है गूगल के द्वारा या किसी और सर्च इंजन के द्वारा, वो काफ़ी बेहतर होता है। अगर आप अपना कंटेंट क्वालिटी के साथ देते हैं तो उसमें बहुत अच्छे से हमको ट्रैफिक मिल जाता है और उसकी कोई भी cost नहीं होती है।

जो ट्रैफिक ऑर्गेनिक तरीके से आता है वही बेस्ट है और जो के फ्री भी होता है। आर्गेनिक ट्रैफिक से अच्छी खासी रेवेन्यू भी जनरेट हो जाती है और टारगेटेड ऑडियंस हमको यहां से मिलती है, और यही वजह है कि आप SEO के समझने और सीखने में लगे रहते हैं। SEO मैं महारत हासिल करने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस की जरूरत पड़ेगी।

जितनी ज्यादा से ज्यादा आप इसमें प्रैक्टिस करते हैं आपका SEO उतना बेहतर होता चला जाता है और धीरे-धीरे तमाम चीजें आपको समझ आने लगती हैं और इसमें कुछ फैक्टर्स होते हैं जिनको आप मद्देनजर रखते हुए काफी हद तक अपने आर्टिकल को किसी भी सर्च इंजन में रैंक करा सकते हैं।

मैं आपको आगे धीरे-धीरे गाइड करूंगा कि आपको इसमें क्या करना है और क्या नहीं करना है, क्या चीज गलत है क्या सही है, उन सभी चीजों पर हम आएंगे इसलिए आप पोस्ट को कंप्लीट पढ़िए।

SEO बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है और यह धीरे-धीरे काम करता है। मान लीजिए आपने कोई आर्टिकल आज ही लिखा और उसको पब्लिश किया है तो जरूरी नहीं कि यह एक या 2 दिन में ही रैंक करने लगेगा इसके लिए कुछ दिन या कुछ माह भी लग सकते हैं I

Careers or Jobs on SEO

अब बात करते हैं जॉब या कैरियर की। क्या SEO सीख जाने के बाद हम कोई जॉब कर सकते हैं या नहीं। इस चीज को सीखने के बाद कैरियर में आगे कोई फ्यूचर है या नहीं? आइए इन सबके बारे में हम जानते हैं।

SEO एक ऐसा प्लेटफार्म है जिसके जरिए आप नेशनल ही नहीं इंटरनेशनल लेवल पर अपने कदम जमा सकते हैं । इसका सीधा सा एग्जांपल के तौर पर हम समझ लेते हैं कि जो कंपनियां अब से 5 या 10 साल के बाद ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर आती वह कोविड-19 के बाद ही ऑनलाइन शिफ्ट हो गई मतलब उनका प्रोडक्ट अब ऑनलाइन सेल हो रहा है।

अब इसमें समझने वाली बात यह है कि ऑनलाइन तो आ गई अब उनको गूगल यह किसी सर्च इंजन के फर्स्ट पेज पर रैंक करने के लिए क्या करना होगा? तो सीधी सी बात है कि उनको अपनी वेबसाइट या कंटेंट का SEO कराना होगा जिससे कि वह गूगल के फर्स्ट पेज पर रैंक कर सकें और ज्यादा ऑडियंस को अपना प्रोडक्ट या सर्विसस प्रदान कर सकें।

बहुत सारी कंपनियां हैं जिन्होंने आज ऑनलाइन शिफ्ट होने के बाद अपना ऑनलाइन स्टोर या अपनी प्रेजेंटेशन ऑनलाइन दे दी है और उन्हें ऑनलाइन टिके रहने के लिए यह जरूरी है कि वह सर्च इंजन में टॉप पेज पर रैंक करें और यह बात कोई भी कंपनी बड़े अच्छे से जानती है कि उसको टॉप पेज पर आने के लिए अपने कंटेंट का या अपने ऑनलाइन स्टोर का अच्छे से SEO करना आता हो

तो बेसिकली निचोड़ यही निकला कि SEO में जॉब की भरमार है यदि आप इसमें थोड़ा बहुत भी SEO जानते हैं तो आप आसानी छोटी मोटी जॉब तो पा ही सकते हैं। रही बात कैरियर की तो कैरियर तो इसमें बहुत ही ब्राइट है क्योंकि यदि मान लीजिए एक परसेंट आपको कोई कंपनी नहीं मिल रही है तो आप अपना ब्लॉग पर्सनल वेबसाइट बनाकर के भी उसका अच्छे से SEO कर के बहुत सारे तरीके से अर्निंग कर सकते हैं जैसे गूगल ऐडसेंस और एफिलिएट मार्केटिंग, एफिलिएट लिंक लगाकर इत्यादि।

बहुत सारी कंपनियां ऑनलाइन शिफ्ट हुई है और उन्हें अपने आर्टिकल को ऑप्टिमाइज कराना है तो कैरियर और जॉब् की इसमें अच्छी खासी अपॉर्चुनिटी है। तो यह इंडस्ट्री इस वक्त बूम पर है । 100 परसेंट चांसेस हैं कि आपको इसमें अपना कैरियर बनाने के लिए options मिल जाएंगे।

मैं इसमें आपको प्रेफर करूंगा कि आप ऑनलाइन प्लेटफार्म पर SEO की जॉब ढूंढो और स्टार्टिंग में घर से ही वर्क शुरू करें। इसके लिए आप गूगल में जाकर Jobs in SEO सर्च कर सकते हैं और इसमें आपको नियर प्लेस पर और ऑफलाइन,ऑनलाइन दोनों तरह की आपको जॉब मिल सकती हैं।

SEO job searching platforms

Google

LinkedIn

FB groups

Shine.com

Noukari.com

SEO बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है और यह मैं समझता हूं सक्सेस के लिए कोई भी कंपनी या कोई भी ऑनलाइन स्टोर इसे करने वाले के लिए वरीयता देगा। इसलिए इसमें जॉब्स भी बहुत हैं और कैरियर के लिए भी अच्छा ऑप्शंस होता है।

How does a search engine work? Search engine कैसे काम करता है?

इंटरनेट पर हमें कोई भी चीज ढूंढनी हो या सर्च करनी हो तो उसके लिए हमें एक टूल की जरूरत होती है जिसको हम इंजन कहते हैं तो ऐसा टूल जिस पर हम कोई भी चीज सर्च करें और वो मिल जाए, उसको सर्च इंजन कहते हैं। फॉर example व्हाट इज ब्लॉगिंग? गूगल में सर्च करें तो हमें बहुत सारे रिजल्ट गूगल के पेज पर देखने को मिलते हैं वैसे तो बहुत सारे सर्च इंजन हैं मगर उन सब में सबसे पॉपुलर और विश्व भर में इस्तेमाल होने वाला गूगल है इसके अलावा और भी बहुत से सर्च इंजन है।

सर्च इंजन पर बहुत सारा डाटा पड़ा हुआ होता है जो यूजर्स को उसकी क्वेरी के अकॉर्डिंग उसका रिजल्ट दिखाता है। हमें जो भी सॉल्यूशन चाहिए हम गूगल या किसी अदर सर्च इंजन में टाइप कर देते हैं और उसके रिजल्ट यानी सॉल्यूशन हमें मिल जाते हैं और हमारी प्रॉब्लम का सलूशन आसानी से हो जाता है। सर्च इंजन का काम ही यह होता है कि जो इंफॉर्मेशन हमें चाहिए वह हमें प्रोवाइड कराए तो आपको मोटे मोटे तौर पर पता चल गया होगा कि सर्च इंजन क्या होता है?

Note - सबसे ज्यादा फेमस और सबसे ज्यादा पॉपुलर पूरे विश्व भर में यूज होने वाला सर्च इंजन गूगल है 95% लोग इसी को यूज करते हैं।

Search engine काम कैसे करते हैं?

जब हम कोई वेबसाइट बनाते हैं तो यह है गूगल में 4 या 5 दिन बाद या कुछ और दिनों के बाद शो होने लगती है। तो बेसिकली यह काम कैसे करते हैं इसके लिए काम करने वाले टक्रोलर्स होते हैं जिन्हें हम रोबोट्स या बोट्स भी कहते हैं। यह एक प्रकार का कोड ही होता है जो यह सर्च करता है कि कोई पर्टिकुलर टाइप की वेबसाइट आई है जिस पर यह कंटेंट मौजूद है तो यह कोड उसको क्रोल करते हैं। Robot.txt नाम की एक फाइल होती है जिसे यह पढ़ते हैं यानी क्रोल करते हैं और यह पूरे तौर पर हमारे हाथ में होता है कि हमें क्या-क्या क्रॉल्स कराना है।

तो फाइनली जो भी हमने पेजेस, पोस्ट या कोई वेबसाइट बनाई हुई है तो यह कोड उसको रीड करते हैं और अपने सरवर में जाकर डेटाबेस में उसको डाल देते हैं तब वह चीज गूगल में search होने योग्य हो जाता है या रैंक होना शुरू कर देता है। यह हमेशा एक्टिव रहते हैं।

ये इतने एक्टिव होते हैं कि आपकी वेबसाइट पर जो लिंक हैं यह उनको भी क्रॉल कर और उन पर जो लिंक हैं उनको भी क्रोल करके यूजर्स को डाटा प्रोवाइड करा देते हैं। सभी डाटा को फेच करके यह अपने सरवर में भेज देते हैं। जब हम सर्च इंजन में कोई चीज सर्च करते हैं तो यह हमें वह सब रिजल्ट के तौर पर दिखा देते हैं।

इस सभी प्रोसेस के बाद डाटा तो गूगल के नॉलेज में पहुंच जाता है मगर अब उसको फर्स्ट पेज , टॉप पर रैंक करने के लिए काम आता है SEO का यहां से काम शुरू होता है। अब हम डिटेल से जानेंगे कुछ पॉइंट्स जो हर किसी को पता नहीं होते हैं अगर कोई इन सब पॉइंट्स को जान ले तो हमेशा वह गूगल में टॉप रैंक पर ही रहेगा। जितना अच्छा हम अपने कंटेंट को ऑप्टिमाइज करेंगे गूगल उसको उतना ही अच्छे से सर्च इंजन में टॉप पर रखेगा तो आप जान ही गए होंगे कि किस तरह से सर्च इंजन काम करता है।

तो ऊपर हमने जान लिया है कि SEO क्या होता है ? और यह कैसे काम करता है?

अब जानते हैं इसके टाइप के बारे में।

SEO 3 टाइप का होता है

1.On page SEO

2.Off page SEO

3.Technical SEO

On page SEO

On Page SEO जैसे कि आपको इसके नाम से ही पता चल रहा होगा कि जो भी हमें ऑप्टिमाइजेशन का प्रोसेस करना है अपने पेज पर या ब्लॉग पर उसको हम उस पेज के अंदर ही करते हैं। इसलिए इसको हम On Page SEO कहते हैं। इसमें हम पेज से बाहर जाकर कोई भी प्रोसेस नहीं करते हैं।

On page SEO यूज होने वाली टम्स

यह पूरे का पूरा कंटेंट के ऑप्टिमाइजेशन से रिलेटेड है यानी जो भी हमने लिखा है उसको सर्च इंजन को समझने लायक बनाना

Keywords research
Headings
Niche selection
Categories
Menus
Interlinkings
Image optimization
Content designing
Alt tags
Features images
Content paragraphs
Writings paragraphs
Themes selection
URL structure
Articles structure
Title for an article
Meta description
Saummary of contents
Easy reading factors
Keywords density
Themes customisation
Best plugin selection

यदि हम यह सब जो ऊपर दी गई टर्म हैं इनको अच्छे से समझ कर अपने आर्टिकल मैं अप्लाई करते हैं तो हमारे पेज का ऑन पेज SEO बहुत अच्छे तरीके से हो जाता है। और यह सब करने के लिए हमें किसी अच्छे प्लगइन की आवश्यकता होती है।

मेरा बेस्ट और सबसे पॉपुलर SEO plugin, Rank Math है। आपका कौनसा है, comment में जरूर बताएं।

ऊपर दी गई सभी टम्स को हम एक-एक करके बहुत डिटेल में समझेंगे , उससे पहले off page SEO समझ लेते हैं।

OFF Page SEO

SEO प्रोसेस में On Page SEO से ज्यादा Off Page SEO ज्यादा टफ और लंबा प्रोसेस है of page SEOका रिजल्ट जल्द ही देखने को नहीं मिल जाता है। इसमें 4 से 5 महीने का समय लग जाता है यह काफी टाइम कंजूमिंग होता है। इसमें आपको काफी टाइम देना होता है। चार या पांच माह से पहले बहुत मुश्किल है कि आपको इसका रिजल्ट देखने को मिले।

Of page SEO लिंक बिल्डिंग के साथ-साथ बहुत से फैक्टर्स को अपने अंदर समाहित किए हुए हैं। आर्टिकल, ब्लॉग या किसी भी पेज की जो भी लिंक होती है चाहे वह किसी होम पेज या किसी भी पेज की लिंक हो वह दूसरी साइट्स के साथ लिंक करवाना off page SEO के अंतर्गत आता है।

अपने डोमेन की या किसी साइट की अथॉरिटी जिसे हम डोमेन अथॉरिटी डीए अथवा डीआर डोमेन रेटिंग भी कहते हैं को इंप्रूव करना भी ऑफ पेज ऐसी ओके अंदर ही आता है। हमारी वेबसाइट पर जो भी आर्टिकल्स होते हैं उनको रैंक कराने के लिए जो कीवर्ड हम इस्तेमाल करते हैं उनको रैंक करना यह करवाना यह प्रोसेस भी off page SEO में ही आता है On Page SEO से कहीं ज्यादा off page SEO इंपोर्टेंट होता है।

इसकी एक वजह यह भी है कि on page SEO हमारे कंट्रोल में होता है जबकि off page SEO का कंट्रोलर हमारे हाथ में नहीं होता। इसमें हम को काफी ज्यादा मेहनत करने की जरूरत पड़ती है।

Off page SEO में यूज होने वाली टम्स

यह पूरे का पूरा links building से रिलेटेड है

Submitting sites to search engine
Sitemap
Social profiles
Tracking keywords
Links building
Domain authority
Ranking of keywords
Friends circle of other bloggers
Analytics analysis
Search console analysis
Pages authority

इस पोस्ट को जयादा लम्बा न करते हुए यही खत्म करते हैं ऊपर दी गयी सभी टर्म्स की डिटेल्स हम अलग अलग अलग पोस्ट में जानेंगे।
आशा करता हूँ की आपको थोड़ा बहुत SEO के बारे जरूर पता लग गया होगा। थेंक्स!

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